बिजाई बेहतर होने से उड़द व दाल में गिरावट
धन की तंगी से दलहनों में स्टॉकिस्टों की लिवाली कमजोर
जयपुर, 15 जुलाई। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में बिजाई बेहतर होने से इन दिनों उड़द व इसकी दाल में मंदी का रुख देखा जा रहा है। हालांकि राजस्थान में मौसम अनुकूल नहीं होने से उड़द की बिजाई का कार्य अभी संतोषजनक नहीं है। कोरोना के चलते वर्तमान में दालों की डिमांड भी कमजोर बनी हुई है। परिणामस्वरूप व्यापार 50 फीसदी भी नहीं हो रहा है। ब्रोकर कांति कुमार ने बताया कि मार्केट में धन की तंगी होने से फिलहाल उड़द में स्टॉकिस्टों की लिवाली नहीं हैं। दाल मिलें भी अपना माल बेचने में लगी हुई हैं। महामारी के कारण लिवाल एवं बिकवाल दोनों ही डरे हुए हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए उड़द व इसकी दाल में लंबी तेजी के आसार नहीं हैं। जयपुर मंडी में साबुत उड़द ऊंचे भावों से करीब 800 रुपए प्रति क्विंटल सस्ता बिक रहा है। उड़द के थोक भाव यहां 5600 से 6100 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। होलसेल में उड़द मोगर 7500 से 8800 रुपए तथा उड़द छिलका दाल 7000 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल बेची जा रही है। मांग घटने से मूंग साबुत 500 रुपए मंदा होकर 5700 से 6200 रुपए प्रति क्विंटल बिकने लगा है। जानकारों का कहना है कि बराबर पेमेंट नहीं आने से भी दालों का कारोबार सामान्य से भी कमजोर चल रहा है। उधर म्यांमार से उड़द के कंटेनर चले हुए हैं। इसके अलावा उड़द की आने वाली फसल बंपर आने के समाचार हैं, लिहाजा उड़द व इसकी दाल में और मंदी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे:- चक्की आटा नमस्कार 1250 रुपए प्रति 50 किलो जीएसटी पेड। बेसन अरावली 1400 रुपए प्रति 25 किलो। अजवायन मधुबाला 170, मधुबाला पोस्तदाना 1125, पोहा लाल गणेश 46, पोहा मधुबाला 53 रुपए प्रति किलो।