चने में एकतरफा तेजी, 4825 रुपए प्रति क्विंटल बिका
उत्पादन कम होने से शीघ्र ही 5000 रुपए बिकने के आसार
जयपुर, 26 अगस्त। दाल मिलों के पास स्टॉक घटने तथा स्टॉकिस्टों की लिवाली जारी रहने से स्थानीय थोक बाजारों में चना और महंगा हो गया है। इसके मिल डिलीवरी भाव यहां बुधवार को 4825 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। चना दाल मीडियम एक सप्ताह में 275 रुपए उछलकर 5675 रुपए प्रति क्विंटल बिक गई। देश की उत्पादक मंडियों में चने की दैनिक आवक घटकर 50 फीसदी रह गई है, जबकि चने में दाल मिलों की डिमांड लगातार बनी हुई है। सिंघल दाल मिल के कमल अग्रवाल ने बताया कि इस साल चने का उत्पादन कम होने से इसके भाव शीघ्र ही 5000 रुपए प्रति क्विंटल को क्रॉस कर सकते हैं। नेफैड का चना भी व्यापारियों को 4850 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पड़ रहा है। सिंघल ने कहा कि वर्तमान में चने का किसी भी देश से आयात पड़ता नहीं लग रहा है। एक सरकारी अनुमान के अनुसार देश में इस साल चने का उत्पादन 107 लाख टन के करीब हुआ है। मगर व्यापारियों के मुताबिक इस साल देश में चने की पैदावार 80 लाख टन से ज्यादा नहीं हैं। उधर सरकार ने केन्द्रीय पूल में चालू विपणन वर्ष के लिए 20 लाख टन चना खरीदा है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया, कनाड़ा, तंजानिया तथा इथोपिया आदि देशों से चने के आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। इसके अलावा पाइपलाइन भी खाली है। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए चने में इस बार अच्छी तेजी के आसार नजर आ रहे हैं। उधर वायदा व्यापार में चना एमएसपी से अभी भी करीब 400 रुपए प्रति क्विंटल नीचे चल रहा है।