इस साल के टॉप-10 आईपीओ, जिनका लोगों को है बेसब्री से इंतजार
जयपुर, 5 जनवरी (ब्यूरो रिपोर्ट)। इस साल सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ आने वाला है। उम्मीद है कि यह आईपीओ इसी तिमाही में आ सकता है। यह आईपीओ इस साल का सबसे बड़ा निर्गम साबित होगा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भी ला रहा आईपीओ
करीब दो लाख करोड़ की वैल्यू वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई भी इसी साल अपना आईपीओ लेकर आने वाला है। संभवतया एनएसई आईपीओ के जरिये करीब 10 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी।
अडानी विल्मार
देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी अपनी एक और कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट कराने की योजना पर काम कर रहे हैं। वे इस साल अपनी कंपनी अडानी विल्मार का आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। उम्मीद है कि कंपनी इस निर्गम से लगभग 4500 करोड़ रुपए जुटाएगी।
डेल्हिवरी
लॉजिस्टिक्स सेक्टर की स्टार्टअप डेल्हिवरी भी इस साल अपना आईपीओ ला सकती है। अनुमान है कि कंपनी आईपीओ के जरिये 7460 करोड़ रुपए जुटा सकती है। इस कंपनी में सॉफ्टबैंक और कार्लाइल जैसी बड़ी कंपनियों ने निवेश किया हुआ है।
ओयो
यदि आप घूमने फिरने के शौकीन हैं तो ओयो के बारे में तो आप जानते ही होंगे। लंबे समय से इस कंपनी का आईपीओ आने की चर्चा है। उम्मीद है इस साल कंपनी इसका आईपीओ ले आएगी। ओयो किराए पर कमरे उपलब्ध कराती है, जो कि सामान्य कीमत से काफी सस्ते होते हैं।
फार्मईजी
यह एक फार्मास्यूटिकल प्लेटफॉर्म है, जो कि देश के अधिकांश शहरों में मौजूद है। इसकी होल्डिंग कंपनी एपीआई होल्डिंग है, जो पहले ही सेबी के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कर चुकी है। कंपनी आईपीओ के जरिये 6250 करोड़ रुपए जुटा सकती है।
स्नैपडील
ई-कॉमर्स स्टार्टअप स्नैपडील को तो हर कोई जानता है। कुछ साल पहले तक यह फ्लिपकॉर्ट की तगड़ी दावेदार हुआ करती थी। इस साल यह कंपनी अपना आईपीओ ला रही है। इस कंपनी में सॉफ्टबैंक का भी पैसा लगा है।
मोबिक्विक
देश के टॉप मोबाइल वॉलेट में से एक है मोबिक्विक, जो इस साल आईपीओ ला रही है। कंपनी इस आईपीओ के लिए पहले ही सेबी के पास दस्तावेज जमा कर चुकी है तथा इसे मंजूरी भी मिल गई है। किसी भी कंपनी को सेबी से इजाजत मिलने के बाद 12 महीने के अंदर आईपीओ लाना होता है।
ओला
आज के समय में ओला जाना पहचाना नाम है। ओला पहले से ही ऐप आधारित टैक्सी सेवा दे रही है। अब तो कंपनी ई-स्कूटर की कैटेगरी में भी आ चुकी है। इस कंपनी का आईपीओ भी इसी साल आने की उम्मीद है। कंपनी सैकंड हैंड व्हीकल सेल के कारोबार में भी मौजूद है।