चाय बागान समय से पहले बंद, और महंगी होगी चाय
चाय के प्याले में तूफान, अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी बरकरार
जयपुर, 27 दिसंबर। नीलामी केन्द्रों पर इन दिनों चाय की आवक घटने से चाय की कीमतों में मजबूती का रुख का बना हुआ है। असम तथा पश्चिम बंगाल में चाय पत्ती की भारी कमी होने से प्रोसेसिंग इकाईयां पूरी तरह बंद हो गई हैं। इसके अलावा चाय बागान भी उक्त दोनों ही राज्यों में बंद हो गए हैं। अब नई फ्लैश की चाय अप्रैल से पहले नहीं आएगी। इन परिस्थितियों को देखते हुए चाय के भावों में 40 से 50 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है। जयपुर में विद्याधर नगर स्थित तनरिका ब्रांड चाय के निर्माता इंडिया एग्रो प्रॉडक्ट के डायरेक्टर कमलेश अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चाय की कीमतें ऊंची चल रही हैं। यही कारण है कि गुवाहाटी तथा सिलीगुड़ी दोनों ही नीलामी केन्द्रों पर चाय की आमद काफी घट गई है। सिलीगुड़ी नीलामी केन्द्र पर इंडोगो गोल्ड पीओपी 700 रुपए तथा इंडोगो गोल्ड पीओपीएसएम 900 रुपए प्रति किलो के आसपास बिकने बी खबर है।
अग्रवाल ने बताया कि जयपुर मंडी में असम की चाय 275 से 400 रुपए प्रति किलो तक क्वालिटी वाइज बिक रही है। दार्जिलिंग की चाय भी उसी अनुपात में तेज बोली जा रही है। इसी प्रकार दक्षिण भारत की बढ़िया क्वालिटी की चाय के भाव भी बढ़ाकर बताए जा रहे हैं। हालात ये हैं कि चाय का नया फ्लैश आने में लगभग चार माह का समय बाकी है। चाय का पुराना स्टॉक ज्यादा नहीं हैं। इस बीच चाय पत्ती की आवक भी बंद हो गई है। क्योंकि इस बार बागानों में पत्ती की कमी होने से समय से 20-25 दिन पहले ही बागानों को बंद करना पड़ा। परिणामस्वरूप चाय के भावों में अभी और मजबूती के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। उधर केनिया सहित अन्य दूसरे देशों में चाय के भाव ऊंचे होने से निर्यात मांग भी बेहतर रही है। विदेशों में अभी भी चाय का एक्सपोर्ट जारी है। ब्याह-शादियों एवं ठंडा मौसम होने से आगामी तीन-चार माह तक चाय की अच्छी डिमांड रहेगी। लिहाजा चाय में और मजबूती के संकेत बन सकते हैं।