अगस्त माह का कोटा कम आने से चीनी में तेजी के संकेत

सूरजपोल मंडी में हाजिर चीनी 3900 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल टैक्स पेडे

जयपुर, 4 अगस्त। अगस्त माह के लिए चीनी का कोटा कम आने से चीनी के भावों में मजबूती के संकेत हैं। चीनी का कोटा अगस्त महीने के लिए पूर्व माह की तुलना में 50 हजार टन कम आया है। वहीं राखी पर खपत के लिए चीनी की डिमांड निकलने लगी है। परिणामस्वरूप चीनी के भावों में तेजी के आसार बताए जा रहे हैं। स्थानीय सूरजपोल मंडी में हाजिर चीनी शुक्रवार को 3900 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल टैक्स पेड बोली जा रही थी। चालू पेराई सत्र के दौरान चीनी की रिकवरी गन्ने में ज्यादा बैठ रही है। मगर रकबा कम होने से गन्ने का उत्पादन घटने की संभावना है। दूसरी ओर एथेनॉल बनाने में इसकी खपत बढ़ती जा रही है। गन्ने का पेराई सत्र बीते एक अक्टूबर से शुरू हो गया है। अब तक देश में चीनी का कुल उत्पादन 348 लाख टन हो चुका है। इस समय देश में 516 चीनी मिलें चल रही हैं। जबकि पिछले साल 493 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही थी। बाकी दक्षिण की मिलें सीजन ऑफ होने से बंद हो चुकी हैं। कर्नाटक में गत वर्ष के मुकाबले 12 लाख टन चीनी कम पैदा हुई है। चीनी मिलों में गन्ने की रिकवरी अच्छी बैठ रही है। महाराष्ट्र की चीनी मिलों में करीब 137 लाख टन चीनी बन चुकी है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की 117 चीनी मिलों में 89 लाख टन चीनी बनने के समाचार हैं। उधर कर्नाटक में 70 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है। इस बीच सरकार का एथेनॉल बनाने पर ज्यादा जोर है। उधर अंतरराष्ट्रीस बाजारों में चीनी के भाव काफी ऊंचे चल रहे हैं। ब्राजील में चीनी महंगी बिक रही है। लिहाजा भारतीय चीनी की निर्यात मांग में निरंतर इजाफा हो रहा है। इसलिए कहा जा सकता है कि देश में खपत को ध्यान में रखते हुए चीनी में मजबूती बनी रह सकती है। पिछले साल देश में 358 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।