अग्र विभूति ग्रंथ का दूसरा संस्करण फरवरी में प्रकाशित होगा
संस्था ने 450 पेज का पहला ग्रंथ वर्ष 2005 में प्रकाशित किया था
जयपुर, 29 दिसंबर। अग्रवाल सेवा योजना राजस्थान अग्र विभूति ग्रंथ का दूसरा संस्करण शीघ्र ही प्रकाशित करने जा रहा है। संस्था ने 90 महापुरूषों के बारे में 450 पेज का पहला ग्रंथ वर्ष 2005 में प्रकाशित किया था। अग्रवाल सेवा योजना राजस्थान के अध्यक्ष एवं ग्रंथ के प्रधान संपादक कन्हैया लाल मित्तल ने बुधवार को यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी। मित्तल ने बताया कि पहले ग्रंथ का विमोचन तत्कालीन उप राष्ट्रपति भैंरोंसिंह शेखावत ने किया था। ग्रंथ के उप संपादक एवं मानसरोवर में नगर निगम ग्रेटर के पार्षद रामअवतार गुप्ता ने बताया कि नए ग्रंथ में राष्ट्र की महान विभूतियों को शामिल किया जाएगा। संस्थान ने समाज के लोगों से आह्वान किया है कि उनकी जानकारी में उल्लेखनीय सेवा देने वाले किसी अग्र महापुरूष की जानकारी हो तो संस्था को उपलब्ध कराएं, ताकि उनका इस दूसरे अंक में प्रकाशन किया जा सके।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अग्रवाल वैश्य सेवा योजना द्वारा 31 सालों से अग्रवाल महापुरूषों की जयंती एवं पुण्यतिथियां मनाई जाती रही हैं। इस मौके पर ग्रंथ के प्रबंध संपादक दीपक गोधा, अग्रवाल सेवा योजना राजस्थान के जिला महामंत्री कमल नानूवाला, अग्र ज्योति पाक्षिक पत्रिका के संपादक मुकेश बंसल के अलावा मानसरोवर अग्रवाल समाज समिति की वैवाहिक वेबसाइट के प्रबंध निदेशक रमेश बंसल भी मौजूद थे। मित्तल ने कहा कि ग्रंथ का विमोचन इसी साल फरवरी माह में किया जाएगा।