बिजाई अधिक होने से सरसों के रिकार्ड उत्पादन के आसार
सरसों 42 प्रतिशत तेल कंडीशन 8100 रुपए प्रति क्विंटल
जयपुर, 30 नवंबर। मंडियों में नई सरसों आने में अभी करीब तीन माह का समय बाकी है। इस बार सरसों की बिजाई अधिक होने से भाव भी निरंतर गिर रहे हैं। सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन मंगलवार को और नीचे आकर 8100 रुपए प्रति क्विंटल रह गई है। सरसों तेल की कीमतों में भी गिरावट आई है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में इस वर्ष सरसों की बिजाई पिछले साल की तुलना में 75 फीसदी अधिक बताई जा रही है। इन परिस्थितियों को देखते हुए यदि मौसम अनुकूल रहा तो सरसों का रिकार्ड उत्पादन होने के आसार हैं। इस बीच देश भर की मंडियों में लगभग डेढ़ लाख बोरी सरसों प्रतिदिन उतर रही है। इसी अनुपात में सरसों तेल भी नीचे आ रहा है। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्टॉक के माल धीरे-धीरे निकलने से सरसों तेल का बाजार दबने लगा है। हालांकि इन दिनों ब्याह-शादियों के लिए तेलों की घरेलू खपत बनी हुई है, जो मुश्किल से दो सप्ताह की और है। इसके बाद खाने के तेलों में और गिरावट के आसार बन सकते हैं। इधर स्थानीय डेयरी उत्पाद बाजार में ब्रांडेड देशी घी महंगा होने के बाद फिर से टूटने लगा है। कृष्णा घी अलीगढ़ द्वारा बाजार में करीब 12 हजार टिनों के सौदे किए जाने से कृष्णा घी में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है। कृष्णा घी के भाव थोक में 5900 रुपए प्रति टिन के आसपास रह गए हैं। यही कारण है कि देशी घी की बिक्री में एक बार सुस्ती छाई हुई है।