त्योहारी मांग से पोर्ट पर सोया एवं पाम तेल के भाव बढ़े
भारत का वनस्पति तेलों का आयात अविश्वसनीय ऊंचाई पर पहुंचा
जयपुर, 13 अक्टूबर। खाद्य तेलों की कीमतों में एक बार फिर मजबूती का रुख देखा जा रहा है। कांडला पोर्ट पर सोया तेल के भाव 200 रुपए उछलकर शुक्रवार को 8800 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। इसी प्रकार पोर्ट पर ही पाम तेल 100 रुपए की तेजी के साथ 8200 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। अलवर स्थित विजय सॉल्वैक्स लिमिटेड के राजस्थान के वरिष्ठ विपणन अधिकारी महेश माखीजा ने बताया कि नवरात्रा एवं दिवाली पर खाद्य तेलों की ज्यादा डिमांड रहेगी, लिहाजा खाने के तेलों में और सुधार आने की संभावना है। विजय सॉल्वैक्स के चांसलर वनस्पति घी की वर्तमान में 1600 रुपए प्रति 15 किलो जीएसटी पेड पर बेहतर डिमांड है। माखीजा ने कहा कि भारत ने अगस्त 2023 में 18.52 लाख टन एडीबल ऑयल का आयात किया। ये आंकड़े हैरान करने वाले हैं। भारत का वनस्पति तेलों का आयात भी एक अविश्वसनीय ऊंचाई पर पहुंच गया है। एक साल में ही वनस्पति तेल के आयात में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगस्त 2023 में आयात पिछले साल के मुकाबले 18.66 लाख टन हो गया है। विपणन वर्ष नवंबर 2022 से अक्टूबर 2023 के दौरान भारत ने 141.21 लाख टन वनस्पति तेल का आयात किया, जो पिछले साल के 113.76 लाख टन की तुलना में 24 फीसदी अधिक है। आयात शुल्क कम होने के कारण भी भारत में वनस्पति तेलों का आयात बढ़ रहा है। भारत ने पाम तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के लिए कम आयात शुल्क केवल 5.5 फीसदी निर्धारित किया है। यह भारत को खाद्य तेल के ग्लोबल सप्लायर्स के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बनाता है। यही कारण है कि इन अनुकूल आयात शुल्कों के कारण भारतीय बंदरगाहों पर खाद्य तेल के स्टॉक में जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। ज्यादातर सप्लायर्स भारतीय बाजार में पहुंच के लिए इस अवसर का लाभ उठा रहे हैं। भारत में त्योहारों के दौरान खाना पकाने के तेल की मांग बढ़ जाती है। इस डिमांड को पूरा करने के लिए कंपनियां एक्टिव रूप से पहले से ही बड़ी मात्रा में तेल खरीद रही हैं। भविष्य को देखते हुए अनुमान है कि भारत का वनस्पति तेल आयात रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच सकता है। अक्टूबर 2023 के अंत तक आयात 150 से 155 लाख टन के बीच पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।