आवक घटने से पिचका एवं गोल ग्रीन मटर में तेजी के आसार
गोल ग्रीन 40, गोल सफेद 50 तथा पिचका ग्रीन मटर 45 रुपए प्रति किलो
जयपुर, 12 जुलाई। स्थानीय थोक मंडियों में इन दिनों कारोबार की हालत बहुत ही पतली चल रही है। किराना, मेवा, तेल, घी एवं तिलहनों में डिमांड दिनों दिन घटती जा रही है। खाने के तेलों में ग्राहकी बेहद सुस्त बनी हुई है। हालांकि काबली चने में बाजार फिर से सुधरने की संभावना है। दूसरी ओर पिचका ग्रीन मटर के भाव तेज होकर फिर नीचे आ गए हैं। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित रोहित ब्रोकर एजेंसी के महेश चंद गुप्ता ने बताया कि कनाड़ा से आने वाली पीली मटर के आयात पर फिलहाल रोक लगी हुई है। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की गोल ग्रीन मटर 40 रुपए, गोल सफेद मटर 50 रुपए तथा पिचका ग्रीन मटर के भाव 45 रुपए प्रति किलो थोक में बोले जा रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि बारिश होने के दो सप्ताह बाद मटर के भावों में लगभग 10 रुपए प्रति किलो की मजबूती के आसार दिखाई दे रहे हैं। उरई, जालौन, कौंच, जसवंत नगर, रतलाम तथा अलीगढ़ आदि उत्पादक मंडियों में गोल एवं ग्रीन मटर की आवक धीरे–धीरे घटती जा रही है। हालांकि उक्त मंडियों में नई पिचका ग्रीन मटर की आवक अप्रैल में शुरू हो गई थी, लेकिन इन दिनों दैनिक आवक काफी कमजोर चल रही है। मध्य प्रदेश के सिहोर, पन्ना दमोह, सागर, सतना, रायसेन, टीकमगढ़, दतिया, ग्वालियर तथा मझौली और जबलपुर में भी मटर की खेती होती है। जबलपुर का मटर देश की नामचीन मंडियों के अलावा जापान और सिंगापुर के लोगों के व्यंजनों का जायका बढ़ा रहा है।