राज्य की मंडियों में नई सरसों का श्रीगणेश

 

एक माह में 525 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट

जयपुर, 31 जनवरी। प्रदेश की उत्पादक मंडियों में नई सरसों ने दस्तक दे दी है। हालांकि अभी कुछ ही मंडियों में सीमित सरसों की आवक होने के समाचार मिले हैं। अलवर, प्रतापगढ़, गंगापुर सिटी एवं कोटा आदि मंडियों में लगभग पांच सौ बारी नई सरसों प्रतिदिन उतरने की खबर है। नई सरसों में 20 से 22 फीसदी तक नमी आ  रही है। सरसों का आवक दबाव 20 फरवरी से बनने की संभावना है। यही कारण है कि करीब एक माह के दौरान सरसों सीड में 525 रुपए प्रति क्विंटल निकल गए हैं। जयपुर मंडी में सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव शुक्रवार को 4375 रुपए प्रति क्विंटल पर घटाकर बोले गए हैं। मंडियों में नई सरसों के लूज भाव 3500 से 3600 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। गौरतलब है कि देश में गत वर्ष सरसों की बिजाई 69.45 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में हुई थी, जो कि इस बार भी लगभग बराबर ही यानी 69.25 लाख हैक्टेयर में हुई है।

रबी तिलहन सेमिनार दिल्ली में 14 मार्च से

उधर तिलहन और तेल व्यापार एवं उद्योग विषय पर 41वां अखिल भारतीय रबी तिलहन सेमिनार 14 एवं 15 मार्च को दिल्ली में आयोजित होगा। मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश भर से तेल तिलहन व्यापार से जुड़े व्यापारी, ऑयल मिलर्स, ट्रेडर्स, किसान, ब्रोकर, वैज्ञानिक, तेल मशीनरी के विक्रेता एवं सरकारी अधिकारी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। सेमिनार में सरसों सीड की पैदावार कितनी होगी, इसके अनुमानित आंकड़े भी राज्यवार प्रस्तुत किए जाएंगे।