पश्चिम बंगाल में 20 जून के बाद आएगी नई लाल तिल्ली
तिल्ली के एक्स कोलकाता भाव 8000 रुपए प्रति क्विंटल के करीब बने हुए हैं
जयपुर, 8 जून। पश्चिम बंगाल में लाल तिल्ली की पैदावार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष ज्यादा अच्छी है। हालांकि बंगाल में लाल तिल्ली की फसल अभी देरी से आएगी। कोलकाता में नई लाल तिल्ली (बंगाल तिल्ली) की आवक 20 जून के बाद होने की संभावना है। वर्तमान में एक्स कोलकाता लाल तिल्ली के भाव 8000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बने हुए हैं। जयपुर में बिनौला खल 3150 से 3350 रुपए प्रति क्विंटल पर लगभग स्थिर चल रही है। चांदपोल मंडी स्थित सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि इन दिनों लाल तिल डली की उपलब्धता नहीं के बराबर है। जयपुर मंडी में इसके भाव गुरुवार को 5200 से 5300 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। इसी प्रकार लाल तिल पपड़ी 3700 रुपए प्रति क्विंटल बिकने की खबर थी। सरसों खल प्लांट 2570 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास मंदी बेची जा रही है। उधर बिहार का तिलकुट पूरी दुनिया में मशहूर है। मगर क्या आपको पता है कि बिहार खुद तिल का उत्पादन नहीं करता, बल्कि दूसरे राज्यों से मंगवाया जाता है। आपको बता दें बिहार के गया में निर्मित तिलकुट के लिए राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से तिल मंगवाया जाता है। लेकिन इसी साल के अंत तक बिहार खुद ही तिल उत्पादन में आत्मनिर्भर बन जाएगा। क्योंकि सरकार तिल उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहन दे रही है। अच्छी बात यह है कि तिल की खेती में ज्यादा लागत नहीं आती है। दो सिंचाई में पूरी फसल तैयार हो जाती है। गया में बड़े पैमाने पर तिलकुट प्रसंस्करण इकाईयां काम कर रही हैं। इसलिए यहां तिल की खपत देश में सबसे ज्यादा है। बिहार में तिल का खास उत्पादन नहीं होता इसलिए दूसरे राज्यों से मंगाना पड़ता है।