डिमांड कम होने के बावजूद मिल्क पाउडर में तेजी कायम
सरकारी एवं गैर सरकारी प्लांटों में बटर ऑयल का स्टॉक घटा
जयपुर, 14 सितंबर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं रक्षाबंधन पर स्किम्ड् मिल्क पाउडर (एसएमपी) की डिमांड हालांकि कमजोर ही रही थी, लेकिन आगे श्रीगणेश चतुर्थी, दशहरा एवं दिवाली पर बेहतर लिवाली की उम्मीद की जा रही है। यद्दपि कंपनियों ने दूध पाउडर के भाव नहीं घटाए हैं। अलबत्ता गुरुवार को मधुसूदन दूध पाउडर 10 रुपए प्रति किलो सस्ता अवश्य हुआ है। बंगाल टाइगर एसएमपी वर्तमान में 335 रुपए प्रति किलो बिकने के समाचार हैं। व्यापारियों के अनुसार दूध पाउडर में मंदे का ध्यान नहीं है। आगे त्योहारी डिमांड रहेगी। परिणामस्वरूप दूध पाउडर में मजबूती आने के संकेत हैं। इस बीच सरकारी एवं गैर सरकारी प्लांटों में बटर ऑयल का स्टॉक काफी कम रह गया है। दूसरी ओर चालू माह में भी प्लांट फुल फ्लैश चलने वाले नहीं हैं। हालांकि कुछ कोपरेटिव कंपनियां बटर की ख्ररीद उत्तर भारत के प्लांटों से कर रही हैं। इस बीच सम्पूर्ण देश में लिक्विड दूध की कमी बनी हुई है। केन्द्र सरकार ने हाल ही कहा है कि पिछले एक साल में देश में दूध की कीमत 14.50 फीसदी बढ़ी है। कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने हाल ही लोकसभा को बताया कि मई 2013 और मई 2014 के बीच दूध की औसत खरीद मूल्य में 17.68 प्रतिशित की बढ़ोतरी हुई है। जबकि सरकारी क्षेत्र में दूध की उपभोक्ता कीमतें यानी बिक्री मूल्य 14.50 प्रतिशत बढ़ा है। कृषि मंत्री ने कहा कि दूध की कीमत सरकार द्वारा विनियमित नहीं है। औसतन दूध के भाव साल में दो से तीन बार सहकारी समितियां और निजी डेयरियों द्वारा निर्धारित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि दूध और दूध उत्पाद की कीमत में आखिरी बार बढ़ोतरी मई 2014 में दर्ज की गई थी। यह बढ़ोतरी कथित तौर पर दूध खरीद मूल्य में बढ़ोतरी के कारण हुई है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने 15 जुलाई को विशेष कृषि और ग्राम उद्योग योजना के तहत स्किम्ड् मिल्क पाउडर निर्यात पर पांच प्रतिशत प्रोत्साहन वापस ले लिया है।