बारिश होने से उत्पादन केन्द्रों पर गुड़ का उत्पादन घटा
गुड़ की सभी किस्मों में 200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी
जयपुर, 7 जनवरी। ठंड बढ़ने से गुड़ की खपत इन दिनों निरंतर बनी हुई है। गजक, रेवड़ी एवं अन्य खाद्य वस्तुओं के लिए गुड़ की डिमांड निकलने से इसके भावों में 150 से 200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है। जयपुर मंडी में ढैया गुड़ 3100 से 3500 रुपए तथा पतासी गुड़ के भाव 3300 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल थोक में बोले जा रहे हैं। उधर उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बड़ौत, सरसावा एवं सहारनपुर लाइन में भी गुड़ की सभी किस्मों में मजबूती बताई जा रही है। कारोबारी मुरारीलाल अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की उत्पादक मंडियों में बारिश होने से गुड़ का उत्पादन एवं आवक भी प्रभावित हुई है। अग्रवाल ने बताया कि बारिश लगातार बनी रही, तो गुड़ की कीमतों में फिलहाल मंदी के आसार नहीं हैं। इस बीच चीनी में भी 20 रुपए की मामूली तेजी आई है। शुक्रवार को इसके थोक भाव 3750 से 3870 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूती लिए हुए थे।
जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र सहित सभी राज्यों की चीनी मिलों में गन्ने का दबाव बढ़ने से चीनी का उत्पादन भी उसी अनुपात में बढ़ गया है। परिणामस्वरूप चीनी में लंबी तेजी के आसार नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार वास्तविकता ये है कि गन्ने में चीनी की रिकवरी बढ़ी हुई है। किसानों ने इस बार नई प्रजाति के गन्ने की बिजाई की थी, जिससे गन्ने की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता बढ़ गई है। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चीनी महंगी होने तथा पुरानी चीनी का स्टॉक सीजन के प्रारंभ में कम बचने से चीनी में ज्यादा मंदी की संभावना भी नहीं है।