नीचे भावों पर डिमांड आने से देशी घी में तेजी के संकेत
चार माह की बंदी में डेयरी उद्योग सबसे ज्यादा तबाह हुआ
जयपुर, 8 अगस्त। नीचे भावों पर स्टॉकिस्टों एवं रिटेलर्स की मांग निकलने से स्थानीय डेयरी उत्पाद बाजार में शनिवार को ब्रांडेड देशी घी करीब 50 रुपए प्रति टिन सुधर गया। इन दिनों निजी डेयरियों में घी का उत्पादन कम होने से भी देशी घी की कीमतों में तेजी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान चार माह की बंदी में डेयरी उद्योग सबसे ज्यादा तबाह हुआ है। गत चार महीने से देशी घी एवं दूध पाउडर का व्यापार पूरी तरह ठप हो जाने से डेयरी उद्योग की परेशानियां बढ़ गई हैं। यही कारण है कि इस बार सामान्य सीजन की अपेक्षा प्लांटों में घी का उत्पादन तीन माह देरी से प्रारंभ होने की संभावना दिखाई दे रही है। ब्रोकर दिनेश जाजू ने बताया कि इन दिनों देशी घी एवं दूध पाउडर की डिमांड धीरे-धीरे सुधरने लगी है। मगर चार माह के अंतराल में कारोबार नहीं होने से जो जहां स्टॉक था, वहां फंसा रह गया है। यह माना जा रहा है कि प्लांट बंद होने तथा देरी से चलने के कारण घी का अधिकांश पुराना स्टॉक कट जाएगा। परिणामस्वरूप नए सीजन में निर्माता कंपनियों पर प्रैशर नहीं रहेगा। लिहाजा घी की कीमतों में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे:- देशी घी– महान 5610, श्रीसरस 5375, कृष्णा 5535, धौलपुर फ्रैश 5370, गोकुल 5300, बिलौना 5350, डेयरी फ्रैश 5325 रुपए प्रति 15 किलो। वनस्पति अशोका (15 लीटर) 1140 रुपए जीएसटी पेड। सरसों तेल– ज्योति किरन 1800, कबीरा 1920, नेताजी 1910, पवन 1760 रुपए। सोयाबीन रिफाइंड– दीपज्योति 1470, चंबल 1530, पवन 1450, नेताजी 1500 रुपए प्रति 15 किलो। मूंगफली फिल्टर– स्वदेशी 2240, रुपए प्रति 15 किलो। मूंगफली रिफाइंड– नेताजी 2210, कबीरा 2265 रुपए प्रति 15 लीटर।