उत्पादन बढ़ने से चाय में 5 फीसदी की गिरावट
नीलामी सेंटर्स पर कंपनियां दाम बढ़ाने की फिराक में
जयपुर, 4 अगस्त। चाय उत्पादन बढ़ने से उत्तर भारतीय चाय की कीमतों में इन दिनों गिरावट का रुख देखा जा रहा है। दूसरी ओर चाय कंपनियां नीलामी सेंटर्स पर चाय के भाव बढ़ाने की फिराक में हैं। चाय बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इसी साल मई के अंतिम सप्ताह के दौरान कोलकाता ऑक्शन सेंटर पर चाय के भाव 4.23फीसदी तक गिरकर 173.17 रुपए प्रति किलो पर आ थमे। इसी प्रकार गुवाहाटी नीलामी केन्द्र पर 5.41 प्रतिशत तक गिरकर 156.14 रुपए प्रति किलो पर आ गए हैं। जानकारों का कहना है कि अप्रैल जून के दौरान डुआर्स में उत्पादन 10 से15 प्रतिशत तथा असम में पैदावार 4 से 5 फीसदी तक बढ़ी थी। नीलामी केन्द्रों पर चाय की उपलब्धता बढ़ने से कीमतों में गिरावट आ रही है। पिछले दिनों पश्चिमी बंगाल में 17 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 4.335 करोड़ किलो चाय का उत्पादन हुआ है। इसी प्रकार असम में चाय का उत्पादन17.55 प्रतिशत इजाफे के साथ 6.652 करोड़ किलो चाय की पैदावार दर्ज की गई है।
तनरिका चाय के निर्माता इंडियन एग्रो प्रॉडक्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर कमलेश अग्रवाल ने बताया कि नीलामी केन्द्रों पर चाय की उपलब्धता निरंतर बढ़ रही है। अग्रवाल ने कहा कि ऑक्शन सेंटर्स पर चाय की मात्रा अधिक आने से कीमतों में नरमी का रुख देखा जा रहा है। हालांकि वर्तमान में नीलामी केन्द्रों पर बाढ़ के हालात बनने से चाय में मामूली मजबूती के समाचार भी मिल रहे हैं। ध्यान रहे भारत में कुल उत्पादित चाय में से करीब 50फीसदी चाय नीलामी में तथा शेष निजी बिक्री के जरिये बेची जाती है। यद्दपि थोक बाजारों में भले ही चाय के दाम नीचे आ गए हों, लेकिन रिटेल काउंटरों पर चाय पूर्व भावों पर ही बिक रही है। इसका लाभ कस्टमर्स को नहीं मिल पाया है।