आयात शुल्क हटने से पीली मटर में भारी गिरावट
पीली मटर का कनाड़ा, रूस, फ्रांस, यूक्रेन तथा अमेरिका से हो रहा आयात
जयपुर, 12 दिसंबर। आयात शुल्क हटने से पीली मटर की कीमतों में इन दिनों
जोरदार गिरावट दर्ज की गई है। जयपुर मंडी में इसके भाव मंगलवार को 60 रुपए प्रति किलो के आसपास रह गए हैं। ड्यूटी हटने से पहले पीली मटर के भाव 74 रुपए प्रति किलो के करीब बोले जा रहे थे। गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही मटर के आयात पर लगने वाली ड्यूटी को पूरी तरह से हटा लिया है। इसके चलते बाजारों में पीली मटर की बिकवाली बढ़ गई है। भारत में पीली मटर का आयात कनाड़ा, रूस, फ्रांस, यूक्रेन तथा अमेरिका आदि देशों से होता है। गौरतलब है कि देश में मटर का आयात केवल कोलकाता पोर्ट से ही होता था। मगर उसके बाद सरकार ने आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब मटर के आयात से ड्यूटी हटने से देश भर की मंडियों में बिकवाली का दबाव बन गया है। दूसरी ओर खपत वाले उद्योग तथा स्टॉक करने वाले कारोबारी देशी मटर की खरीद से पीछे हट गए हैं। जानकार बताते हैं कि सभी दलहनों में आई भारी तेजी एवं विशेषकर अरहर की दाल काफी ऊंची बिकने से छोटी पीली मटर की मांग उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम एवं उड़ीसा में बढ़ गई है। इसका मुख्य कारण यह है कि छोटी पीली मटर की दाल को अरहर दाल में मिक्स करके कारोबारी काफी मुनाफा कमा रहे थे। उपभोक्ताओं को भी अरहर दाल सस्ती पड़ रही थी। आपको बता दें मटर दाल को अरहर की दाल के साथ पकाने से वह पूरी तरह गल जाती है। लिहाजा कारोबारी भी इसे पसंद करने लगे थे। ध्यान रहे सरकार ने पीली मटर के आयात पर लगने वाली ड्यूटी 31 मार्च 2024 तक के लिए हटाई है। मटर आयात खुलने पर सभी दलहनों खासकर मटर और चना पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। हमारा सुझाव है कि अगले कुछ दिनों तक सभी दलहनों में काफी सीमित व्यापार करना बेहतर होगा। सरकार के इस निर्णय से विदेशी किसान, कारोबारियों और आयातकों को सबसे अधिक लाभ होगा, जबकि भारत में दलहन उगाने वाले किसानों के लिए यह बुरी खबर है।