कंटेनर उपलब्ध नहीं होने से मूंगफली निर्यात प्रभावित
मंडी में 72 रुपए प्रति किलो बिक रहा मूंगफली दाना
जयपुर, 26 नवंबर। मूंगफली एवं मूंगफली तेल की कीमतों में इन दिनों फिर से गिरावट का रुख देखा जा रहा है। राजधानी कृषि उपज मंडी में गुरुवार को मूंगफली दाने के भाव घटकर 72 रुपए प्रति किलो के आसपास आ गए हैं। पर्याप्त मात्रा में कंटेनर उपलब्ध नहीं होने से मूंगफली दाने का निर्यात भी प्रभावित हो रहा है। साबुत मूंगफली 48 से 55 रुपए प्रति किलो बिक रही है। भारत में इस साल तकरीबन 60 लाख टन मूंगफली उत्पादन का अनुमान है। कैरी फॉरवर्ड स्टॉक दो लाख टन के आसपास बताया जा रहा है। इसमें से अधिकांश स्टॉक तो सरकारी एजेंसियों के पास है। दुनिया में प्रति वर्ष 4 करोड़ 40 लाख 41 हजार टन मूंगफली का उत्पादन होता है। चीन 1 करोड़ 66 लाख 85 हजार टन के साथ विश्व का पहला मूंगफली उत्पादक देश है। दूसरे नंबर पर भारत आता है। भारत में प्रति वर्ष 68 लाख 57 हजार टन मूंगफली की पैदावार होती है। आंकड़ों से स्पष्ट है कि चालू वर्ष में देश में मूंगफली का उत्पादन पूर्व वर्ष के मुकाबले कम हुआ है। कारोबारी के.जी. झालानी ने बताया कि ब्याह-शादियों एवं बारिश के चलते मंडियों में मूंगफली की आवक प्रभावित हुई है। जानकारों का कहना है कि उत्पादन एवं निर्यात को देखते हुए अगले साल जनवरी माह में मूंगफली दाने में अच्छी तेजी के आसार बन सकते हैं। प्रीमियम क्वालिटी का मूंगफली दाना वर्तमान में 80 रुपए प्रति किलो के आसपास बिकने की खबर है। इस बीच मार्च-अप्रैल से पहले खाद्य तेलों की कीमतें कम होने की उम्मीद नहीं है। अलबत्ता देश में तिलहनों का उत्पादन बढ़ता है तो विदेशी तेलों का आयात घट सकता है। वर्ष 2020-21 में भारत का खाद्य तेल आयात 1.25 से 1.35 करोड़ टन रहने का अनुमान है।