देश में इस वर्ष 113 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान
43वां अखिल भारतीय रबी तेल तिलहन सेमिनार संपन्न
राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश भर से आए 1500 डेलिगेट्स ने हिस्सा लिया
जयपुर, 13 मार्च। इस वर्ष देश में 113 लाख टन सरसों की पैदावार होने का अनुमान है। यह जानकारी जयपुर में हाल ही संपन्न 43वें अखिल भारतीय रबी तेल तिलहन सेमिनार में दी गई। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश भर से आए करीब 1500 डेलिगेट्स ने हिस्सा लिया। समारोह की मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने आश्वासन दिया कि तेल-तिलहन उद्योग को पनपाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) एवं सैंट्रल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (कुईट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस सेमिनार में सरसों तेल उद्योग से जुड़े ऑयल मिलर्स, ट्रेडर्स, ब्रोकर्स, तेल उद्योग मशीनरी के निर्माता एवं कृषि क्षेत्र से संबंधित लोगों ने भारी संख्या में भाग लिया। मोपा के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा, कुईट चेयरमैन सुरेश नागपाल एवं क्रॉप एस्टीमेट कमेटी के चेयरमैन अनिल चतर ने कहा कि देश में सरसों तेल उद्योग को कैसे गति प्रदान की जाए, सरसों की उपज बढ़ाने, आयातित तेलों पर 20 फीसदी ड्यूटी बढ़ाने, मंडी टैक्स एवं कृषि मंडी सैस को समाप्त करने पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। वायदा बाजार एनसीडैक्स पर सरसों की फ्यूचर ट्रेडिंग शीघ्र प्रारंभ करने की मांग भी जोरशोर से उठाई गई। क्रॉप एस्टीमेट कमेटी के चेयरमैन अनिल चतर ने बताया कि पिछले वर्ष देश में 111 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था, जबकि इस साल 113 लाख टन सरसों की पैदावार का अनुमान व्यक्त किया गया है। मंडियों में गत वर्ष की बकाया 6 लाख टन सरसों का स्टॉक भी है। उन्होंने कहा कि मंडियों में लूज सरसों 5000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे बिक रही है, जबकि सरसों का एमएसपी वर्तमान में 5450 रुपए प्रति क्विंटल है।
देश में सरसों का संभावित उत्पादन (लाख टन में)
प्रदेश पैदावार
राजस्थान 52
मध्य प्रदेश 16
उत्तर प्रदेश 14
पंजाब-हरियाणा 9
गुजरात 4.75
अन्य प्रांत 17.25
कुल 113.00