उत्पादन अधिक होने से देशी घी एवं मिल्क पाउडर में गिरावट
घी का 10 हजार टन तथा दूध पाउडर का उत्पादन 12 हजार टन दैनिक होने का अनुमान
जयपुर, 16 नवंबर। देशी घी बनाने वाली डेयरियों में दूध की आवक बढ़ने से दिवाली मुहूर्त पर देशी घी एवं स्किम्ड् मिल्क पाउडर की कीमतें नीचे आ गई हैं। दूध पाउडर में 10 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। इसी प्रकार ब्रांडेड देशी घी 75 से 100 रुपए प्रति टिन तक सस्ता हो गया है। लोटस घी के भाव गुरुवार को यहां 8025 रुपए प्रति 15 किलो बोले जा रहे थे। जानकार बताते हैं कि दिवाली से एक दिन पूर्व उत्तर भारत के प्लांटों में कच्चे दूध की आपूर्ति करीब डेढ़ करोड़ लीटर दैनिक रही। जिसमें देशी घी का उत्पादन 10 हजार टन तथा दूध पाउडर का उत्पादन 12 हजार टन दैनिक होने का अनुमान है। बता दें पिछले साल की तुलना में इस बार उक्त दोनों उत्पादों के उत्पादन में बढ़ोतरी रही है। लिहाजा देशी घी एवं दूध पाउडर में फिलहाल ज्यादा तेजी के आसार नहीं लग रहे हैं। हालांकि कंपनियों के पास ऊंचे भाव के लिक्विड दूध का घी एवं पाउडर का स्टॉक पड़ा हुआ है। जिससे देशी घी एवं दूध पाउडर की कीमतों में ज्यादा मंदी नहीं आई है। यही कारण है कि इस दिवाली पर मुहूर्त जैसा व्यापार नहीं हो सका है। व्यापारियों ने मुहूर्त बोलकर थोड़ा बहुत कारोबार जरूर किया है। गौरतलब है कि डेयरियों में इस बार लिक्विड् दूध का प्रैशर देरी से हुआ है। तथा मौसम भी अनुकूल हो रहा है। लिहाजा डेयरियों में लिक्विड् दूध की उपलब्धि लंबे समय तक रहने की संभावना दिखाई दे रही है। मगर ध्यान रहे 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच देशी घी एवं मिल्क पाउडर में ब्याह शादियों की जबरदस्त डिमांड रहेगी। परिणामस्वरूप देशी घी एवं मिल्क पाउडर के भाव बढ़ भी सकते हैं। मिल्क पाउडर का ज्यादा उपयोग ब्रेड, केक, चॉकलेट, कैंडीज, आइसक्रीम, पनीर, दही, हॉट चॉकलेट, सूप ओर शेक सहित कई बेकरी सामान, डेयरी उत्पाद और पेय पदार्थों के उपयोग में किया जाता है, जो रेस्टोरेंट में परोसे जाते हैं। पाचन में सुधार के लिए शिशु आहार एवं शिशु फॉर्मूला के निर्माण में मिल्क पाउडर का उपयोग लगातार बढ़ रहा है।