अदरक की बंपर पैदावार होने से सौंठ में 10 रुपए किलो की गिरावट
घरेलू बाजार में सौंठ के भाव नीचे होने से 108 फीसदी बढ़ा निर्यात
जयपुर, 30 सितंबर। नई अदरक की बंपर फसल होने तथा सौंठ में डिमांड कमजोर होने से इन दिनों सौंठ के भावों में गिरावट का रुख देखा जा रहा है। जयपुर मंडी में सौंठ की कीमतें 10 रुपए नीचे आकर 180 से 190 रुपए प्रति किलो बोली जा रही हैं। सागर लाइन में सौंठ के भाव इतनी ही मंदी के साथ 170 से 180 रुपए प्रति किलो रह गए हैं। इस बीच पिसाई वालों की लिवाली औरंगाबाद की सौंठ में होने के कारण अन्य राज्यों की सौंठ में सुस्ती का वातावरण बना हुआ है। कोच्चि में सौंठ की आवक नगण्य बताई गई है। कोच्चि में सौंठ 170 से 190 रुपए प्रति किलो बिकने की खबर है। जानकारों का कहना है कि तुलनात्मक रूप से कीमतें कम होने से औरंगाबाद की सौंठ पिसाई वालों के लिए आकर्षक बनी हुई है। दूसरी ओर देश में अदरक की कीमतें आकर्षक बनी होने के कारण किसान बीते कई सालों से सौंठ बनाने में कम दिलचस्पी ले रहे हैं। लिहाजा सौंठ के भावों में लंबी मंदी के आसार नहीं हैं। इस बार गनीमत यह है कि तापमान सामान्य से नीचे होने के कारण सौंठ की खपत को समर्थन मिल रहा है। घरेलू बाजार में सौंठ के भाव नीचे बने होने के कारण निर्यात में उछाल आया है। भारतीय मसाला बोर्ड के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान देश से 1 लाख 25 हजार 700 टन सौंठ का निर्यात हुआ, जबकि इससे पूर्व वर्ष में 60 हजार 410 टन सौंठ का निर्यात हुआ था। आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल सौंठ के निर्यात में 108 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।