लालमिर्च में 10 रुपए प्रति किलो की गिरावट
पैदावार कम होने से लंबी मंदी के आसार नहीं
जयपुर, 11 नवंबर। मध्य प्रदेश की उत्पादक मंडियों में नई लालमिर्च की आवक शुरू होने से स्थानीय थोक बाजारों में लालमिर्च के भाव उतरने लगे हैं। एक सप्ताह के दौरान लालमिर्च में 5 से 10 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। उधर आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंडी में प्रतिदिन 80 हजार बोरी मिर्च (कोल्ड) की आवक होने के समाचार हैं। राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित बद्रीनारायण माधोलाल के लक्ष्मीनारायण डंगायच ने कहा कि लालमिर्च में आई यह मंदी स्थाई नहीं हैं। चूंकि मध्य प्रदेश में नई मिर्च का उत्पादन 35 से 40 लाख बोरी होने का पूर्वानुमान था, जो कि फसल में रोग के चलते अब घटकर 10 से 12 लाख बोरी रह गया है। जयपुर मंडी में बुधवार को गुंटूर तेजा पत्ता मिर्च 105 से 110 रुपए, तेजा डंडीकट 215 रुपए तथा वंडरहाट 170 रुपए प्रति किलो थोक में घटाकर बेची जा रही है। उधर गुंटूर मंडी में भी नई मिर्च की छिटपुट आमद प्रारंभ हो गई है। लेकिन जनवरी में ही आवक बढ़ने की उम्मीद है। वर्तमान में गुंटूर मंडी में 18 लाख बोरी लालमिर्च का स्टॉक बताया जा रहा है। इसी प्रकार खम्मम में 4.5 लाख बोरी तथा वरंगल में 3.5 लाख बोरी का स्टॉक कोल्ड स्टोरों में पड़ा हुआ है। नई मिर्च आने में फिलहाल तीन माह की देरी है। लिहाजा कहा जा सकता है कि लालमिर्च में लंबी मंदी के आसार नहीं हैं।