कोरोनावायरस से इस्पात की मांग प्रभावित
इंगट, बिलट व स्पाँज आयरन सस्ते, सरिया एवं एंगल में नरमी नहीं
जयपुर, 3 मार्च। कमजोर डिमांड के चलते घरेलू इस्पात कीमतों पर फिलहाल दबाव बना रह सकता है। चीन में घरेलू हॉट रॉल्ड कॉईल की कीमतें पिछले कुछ दिनों से 1000 रुपए प्रति टन तक गिरकर 39000 रुपए प्रति टन पर आ चुकी हैं। ज्ञात हो अक्टूबर 2018 में इसकी कीमतें 48000 रुपए प्रति टन की ऊंचाई पर थीं। जानकारों के अनुसार कोरोनावायरस से इस्पात की मांग भी प्रभावित होने लगी है। एक-डेढ़ सप्ताह के दौरान इंगट व बिलट भी सस्ते हुए हैं। बिलट 700 रुपए की नरमी के साथ 30700 रुपए तथा इंगट भी इतनी ही गिरावट लेकर 30600 रुपए प्रति टन बोला जा रहा है। स्पाँज आयरन 600 रुपए टूट गया है। इसके भाव जयपुर मंडी में 20800 रुपए प्रति टन पर आ थमे हैं। दूसरी ओर फिनिश्ड् गुड्स की बिक्री घटने के बावजूद सरिया व एंगल के भावों में मंदी नहीं आ सकी है। हालांकि मार्केट में धन की तंगी होने से सरिया की कीमतों में लंबी तेजी के आसार भी नहीं हैं।
लोहा इस्पात से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोरोनावायरस के प्रसार ने घरेलू वाहन कंपनियों के साथ-साथ व्हाईट गुड्स निर्माताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल के चीन से आयात को प्रभावित किया है। परिणामस्वरूप आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। वाहन निर्माता कुछ खास कलपुर्जों के लिए चीन पर निर्भर हैं। मगर कोरोनावायरस के कारण इन कलपुर्जों की खेपें भारत नहीं आ रही हैं। आर्थिक मंदी की वजह से भारत में इस्पात आयात पहले से ही कमजोर बना हुआ था और दिसंबर में कोरोनावायरस के प्रसार के बाद से यह लगभग पूरी तरह से बंद हो गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोनावायरस के प्रसार से लौह अयस्क की कीमतें वैश्विक रूप से 125 डॉलर की ऊंचाई की तुलना में फरवरी 2020 के प्रारंभ से गिरकर 83 डॉलर प्रति टन पर आ चुकी हैं। भाव इस प्रकार रहे:-
सरिया प्रति टन जीएसटी पेड। प्रीमियर 8 एमएम 48750, 10 एमएम 47800, 12 एमएम 46000 रुपए। कृष्णा 8 एमएम 48850, 10 एमएम 47900, 12 एमएम 46100 रुपए। शर्मा 8 एमएम 48200, 10 एमएम 47500, 12 एमएम 45700 रुपए। शर्मा गर्डर 5 से 8 इंच 49500, चैनल 5 से 6 इंच 50500 से 51000 रुपए।